जनरल मनोज पांडे ने सेना प्रमुख के रूप में संभाला कार्यभार

परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित हो चुके हैं जनरल पांडे

भारतीय सेना के अनुभवी और पराक्रमी अधिकारी जनरल मनोज पांडे ने सेना प्रमुख के रूप में शनिवार को अपना कार्यभार संभाला। इसके बाद देश को नया सेना प्रमुख मिल गया है। जनरल मनोज पांडे ने एमएम नरवने की जगह ली है। सबसे खास बात यह है कि जनरल मनोज पांडे कोर्स ऑफ इंजिनियर्स के पहले अधिकारी हैं जो सेना प्रमुख का पद संभालेंगे।

 अगर जनरल मनोज पांडे के इस पद पर पहुंचने की बात करें तो इससे पहले वह ईस्टर्न कमांड के कमांडिंग ऑफिसर रहे हैं और अंडमान एंड निकोबार कमांड के कमांडर इन चीफ का पद संभाल चुके हैं। इसके साथ ही परम विशिष्ट सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित हो चुके हैं।

 जनरल मनोज पांडे ने यूनाइटेड नेशन में बतौर चीफ इंजीनियर काम किया है। उन्हें दिसंबर 1982 में बॉम्बे सैपर्स में कमीशन मिला था, जो कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स की एक रेजिमेंट है। वह ब्रिटेन के कैमबर्ले के स्टाफ कॉलेज का भी हिस्सा रहे हैं। जनरल पांडे कोर्स पूरा होने के बाद भारत लौटने पर पूर्वोत्तर भारत की माउंटेन ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर नियुक्त किए गए।

इसके अलावा जनरल मनोज पांडे ने जम्मू कश्मीर में एलओसी पर 117 इंजीनियर रेजीमेंट की अगुवाई भी की। ऑपरेशन पराक्रम के दौरान वह रेजीमेंट कमांडर थे। फिर उन्होंने आर्मी वार कॉलेज महू में दाखिला लिया और हायर कमांड कोर्स पूरा किया। इसके बाद उन्हें हेड क्वार्टर ऑफ़ माउंटेन डिवीजन में कर्नल क्यू नियुक्त किया गया। जनरल मनोज पांडे का सेना प्रमुख के पद तक पहुंचने का यह अब तक का यह संक्षिप्त सफरनामा है।

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