सेक्स रैकेट की सरगना निकली शिवसेना की महिला नेता, शादीशुदा महिलाओं को बनाती थी अपना शिकार

मध्य प्रदेश के सीहोर जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। ये सेक्स रैक्ट कोई और नहीं शिवसेना नेता अनुपमा तिवारी चला रही थी। अनुपमा तिवारी स्वयं को शिवसेना नेता के अलावा समाजसेवी, पत्रकार, आईटीआई कार्यकर्ता और योगाचार्य भी बताती है।

जानकारी के अनुसार, पुलिस ने सीहोर बस स्टैंड के पास स्थित अनुपमा तिवारी के घर पर छापेमारी की। इस दौरान 7 नवंबर को देर रात 4 युवतियां, 3 ग्राहक, ड्राइवर, महिला मैनेजर और संचालिका को वहाँ से गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने घटना-स्थल से कार, नकदी और नशे का सामान भी बरामद किया है।

बताया जा रहा है कि अनुपमा भोपाल की महिलाओं के घर जाती थी, और उनसे सामाजिक कार्यों में जुड़ने की बात कहती थी। काम पाने के लालच में अनुपमा महिलाओं को जाल में  फंसा लेती थी। जिसके बाद किसी न किसी बहाने से महिलाओं को सीहोर बुलाया जाता था। महिलाओं की मजबूरी का लाभ उठाकर उन्हें देह व्यापार के लिए विवश करती थी। अनुपमा ने पुलिस को स्वयं बताया कि  महिलाओं के तैयार होते ही वह उन्हें सेक्स रैकेट के वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ लेती थी। ये सभी महिलाएँ बैरागढ़ की रहने वाली हैं।

जांच में खुलासा हुआ है कि अनुपमा सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही अपने जाल में फंसाती थी। इस बात की जानकारी देते हुए सीहोर के एएसपी समीर यादव ने कहा कि अनुपमा का मानना था कि मजबूरी और बदनामी के डर से ऐसी महिलाएं जल्द राज नहीं खोलती हैं। इसी वजह से वह लंबे समय से देह व्यापार में लगी हुई थीं।

उल्लेखनीय है कि मूलरूप से होशंगाबाद की रहने वाली अनुपमा तिवारी ने साल 2015 में शिवसेना की टिकट पर नगर पालिका के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव में अनुपमा हार गई थी। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें सीहोर के तत्कालीन अपर कलेक्टर द्वारा  नेहरू युवा केंद्र के कार्यक्रम में योगाचार्य के रूप में उसे सम्मानित भी किया जा चुका है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है पुलिस का कहना है कि मामले में आगामी कार्रवाई जांच के आधार पर ही जाएगी।

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