कल से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तुर्कमेनिस्तान और नीदरलैंड के दौरे पर

सर्वोच्च नेतृत्व से चर्चा के दौरान रूस-यूक्रेन विवाद का भी उठ सकता है मुद्दा

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अप्रैल माह के पहले सप्ताह की अवधि में तुर्कमेनिस्तान और नीदरलैंड के दौरे पर जाएंगे। इस आशय की जानकारी देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के सर्वोच्च नेतृत्व के साथ पारस्परिक सम्बन्धों पर चर्चा करेंगे। वहीं बातचीत में रूस-यूक्रेन विवाद का ज्वलंत विषय भी उठ सकता है। इस विवाद को लेकर वैश्विक स्तर पर भारत का दृष्टिकोण और नीति पहले ही स्पष्ट है।

विदेश मंत्रालय में सचिव संजय वर्मा ने राष्ट्रपति के इस दौरे पर प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए कहा कि 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में राष्ट्रपति तुर्कमेनिस्तान और नीदरलैंड की यात्रा करने वाले हैं। यहां राष्ट्रपति दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए वहां के शीर्ष नेतृत्व के साथ विचार विमर्श करेंगे। तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर राष्ट्रपति कोविंद वहां 1 अप्रैल से लेकर 4 अप्रैल तक रहेंगे। उनकी स्वतंत्र तुर्कमेनिस्तान की यह पहली यात्रा होगी, जहां वह तुर्कमेनिस्तान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के साथ वार्तालाप होगा।

इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल स्तर की कई द्विपक्षीय वार्ताएं भी आयोजित की जाएंगी। आपदा प्रबंधन, संस्कृति और युवा मामलों में सहयोग कार्यक्रम पर समझौता ज्ञापन को लेकर भी एक संयुक्त बयान जारी किया जाएगा। दोनों देशों के राजनियक संबंधों को 30 साल पूरे होने वाले हैं। इस अवसर पर एक संयुक्त डाक टिकट भी जारी किया जाएगा।

  तुर्कमेनिस्तान की यात्रा करने के बाद राष्ट्रपति कोविंद किंग विलेम अलेक्जेंडर और क्वीन मैक्सिमा के निमंत्रण पर 4 अप्रैल से 7 अप्रैल तक नीदरलैंड के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद नीदरलैंड के राजा और रानी के साथ साथ प्रधानमंत्री मार्क रूट से मुलाकात भी करेंगे। इसके अतिरिक्त रामायण पर आधारित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे।

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