प्रधानमंत्री मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के बीच शिखर वार्ता

भारत में 15 बिलियन डॉलर निवेश करेगा ऑस्ट्रेलिया

सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्काट मॉरिसन के बीच शिखर वार्ता हुई। इस आभासी शिखर-वार्ता में दोनों नेताओं ने सुरक्षा, व्यापार समेत कई मुद्दों पर चर्चा कि। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों के दौरान दोनों देशों के बीच संबंध बहुत बेहतर हुए है। सुरक्षा, व्यापार, निवेश और साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आने वाले समय में दोनों देश मिलकर काम करने वाले हैं।

शिखर वार्ता के दौरान लद्दाख के एलएसी पर पिछले साल की घटनाओं का मुद्दा भी उठा। इस पर पीएम मोदी ने विचार व्यक्त किया कि शांति ही दोनों देशों में बेहतर संबंध का रास्ता है। इसके अलावा CECA को लेकर भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समझौते का जल्द से जल्द पूरा होना दोनों देशों के आर्थिक संबंधों और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि क्वाड में दोनों देशों के बीच अच्छा सहयोग चल रहा है।

वहीं इस वार्ता के दौरान यूक्रेन संकट को लेकर भी बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और मानवीय स्थिति के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की और अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन तथा क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करने पर जोर दिया। इस बीच दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि यूरोप में चल रहा संघर्ष भारत-आस्ट्रेलिया के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र से ध्यान हटाने का कारण कभी नहीं होगा।

वार्ता के दौरान विशेष बात यह निकलकर सामने आई कि ऑस्ट्रेलिया भारत में 15 बिलियन डॉलर निवेश करेगा। समझौते के तहत भारत भी ऑस्ट्रेलिया में लगभग 12 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा। शिखर वार्ता का ब्यौरा देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि दोनों देशों में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए है। खनन क्षेत्र में सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह भारत के खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड और ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण खनिज सुविधा कार्यालय के बीच एक समझौता है। उन्होंने बताया कि इस समझौते के तहत निवेश में भागीदारी के लिए दोनों देश एक ढांचा स्थापित करेंगे।

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