मनजिंदर सिंह सिरसा ने थामा भाजपा का हाथ

शिरोमणि अकाली दल के नेता भाजपा में हुए शामिल, शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका

शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भाजपा का हाथ थाम लिया है। विधानसभा चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल को यह बड़ा झटका लगा है। दिल्ली सिख गुरुद्वरा प्रबंधक कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा प्रथम दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। उन्होने भाजपा में शामिल होने के साथ दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से इस्तीफा दे दिया है।

भाजपा में शामिल होने के बाद मनजिंदर सिरसा ने कहा कि, “केंद्रीय गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया है कि सिखों के जितने भी मुद्दे हैं वे हल होने चाहिए, लेकिन ये राजनीति के भेंट चढ़े हैं। इसलिए मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुआ हूँ।” ट्विट्टर पर अपना इस्तीफा साझा करते हुए मनजिंदर सिरसा ने लिखा कि, “सभी पदाधिकारियों, सदस्यों, कर्मचारियों और मेरे साथ काम करने वाले लोगों का आभार व्यक्त करता हूँ। मैं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूँ और आगामी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव नहीं लडूँगा। अपने समुदाय, मानवता और राष्ट्र की सेवा करने की मेरी प्रतिबद्धता बनी रहेगी।”

मनजिंदर सिरसा ने अपने एक बयान में यह कहा कि उन्होंने निजी कारणों से दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि इसके अगले चुनाव से वे खुद को दूर रखेंगे। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, देश और दुनिया के सिखों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, “मेरे सदस्यों, शुभचिंतकों को धन्यवाद, जिन्होंने अब तक मेरा समर्थन किया है।”

यह भी उल्लेखनीय है कि दिल्ली गुरुद्वारा चुनाव निकाय के निदेशक नरिंदर सिंह ने 30 नवंबर को मनजिंदर सिंह सिरसा को DSGMC सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा था कि मनजिंदर सिरसा इस पद के लिए योग्य नहीं हैं, क्योंकि वह ‘गुरुमुखी’ पढ़ना और लिखना नहीं जानते हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा अधिनियम, 1971 के अनुसार, इस पद के लिए ‘गुरुमुखी’ आना जरूरी है।

Send this to a friend