कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद कर्नाटक कांग्रेस की पदयात्रा शुरू

कर्नाटक कांग्रेस ने 10 दिवसीय पदयात्रा शुरु की, मुख्यमंत्री ने कानूनी कार्रवाई करने की कही बात

शनिवार को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही चुनाव आचार संहिता भी लागू कर दी गई है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार कोरोना गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए ही चुनाव होंगे। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावों को लेकर पाबंदियों की जानकारी देते हुए 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, पदयात्रा या रैली पर रोक लगाने की घोषणा की है। लेकिन बावजूद इसके कर्नाटक कांग्रेस ने रविवार को 10 दिवसीय पदयात्रा की शुरुआत कर दी।

दरअसल कांग्रेस पार्टी यह पदयात्रा कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना को लागू करने की मांग के साथ निकाल रही है। कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद यह पदयात्रा शुरु करने पर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया। उनका कहना है कि इस मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया की अगुवाई में ‘नम्मा नीरू नम्मा हक्कू’ (हमारा पानी, हमारा अधिकार) थीम पर रामनगर जिले के कनकपुरा में कावेरी और अर्कावती नदियों के संगम स्थल से शुरू हुई इस पदयात्रा के दौरान कांग्रेस नेता लगभग 139 किलोमीटर का पैदल सफर तय करेंगे। हालांकि, सिद्धारमैया की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद वह बेंगलुरु वापस लौट गए।

सूत्रों के मुताबिक तबीयत ठीक होने के बाद दोबारा सिद्धारमैया की पदयात्रा में शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस पदयात्रा में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त नेता और सांस्कृतिक समूह शामिल हो रहे हैं। कोरोना वायरस संबंधित प्रतिबंधों और नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी का प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बता दिया जाए कि यहां वीकेंड कर्फ्यू और सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ जुटने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।

Send this to a friend