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आतंकी संगठनों की सबसे सुरक्षित पनाहगाह है पाक

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ( UNHRC) में भारत ने पाकिस्तान को एकबार फिर लताड़ा
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में एक बार फिर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। यूएनएचआरसी में भारत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई। आयोग की बैठक में भारत के प्रतिनिधि ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि बहुपक्षीय मंचों पर द्विपक्षीय मुद्दों को उठाना पाकिस्तान की पुरानी आदत रही है। इसके साथ ही भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में शामिल होने के पाकिस्तान के प्रयास कोई नए नहीं हैं। लेकिन अब इन निराधार और दुर्भावनापूर्ण आरोपों में ज़्यादा तेज़ी आ गई है।
भारत ने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि स्वयं पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व ने यह स्वीकार किया है कि पाकिस्तान की सैन्य और खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी समूह बनाए हैं। साथ ही उन्हें अफगानिस्तान और जम्मू-कश्मीर में लड़ने के लिए भी तैयार किया है। हैरानी की बात है कि इसके बाद भी पाकिस्तान भारत में मानवाधिकारों के बारे में टिप्पणी करने का दुस्साहस करता है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में भारत ने याद दिलाया कि साल 2008 में मुंबई में जो आतंकी हमला हुआ था उस हमले के दोषियों को अभी तक सजा नहीं मिल पाई है। इसके अलावा साल 2016 के पठानकोट आतंकी हमले की विभीषिका दुनिया को आज भी याद है। यह तो जग जाहिर है कि इन आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वाले लोग कहां से आते हैं।
वहीं भारत ने इस दौरान पुलवामा हमले का भी जिक्र किया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकवाद को समाप्त करने की वैश्विक मांग को पूरा करने में असफल रहा है। पाकिस्तान हमारे क्षेत्र में मानवाधिकारों और जीवन के अधिकार का उल्लंघन करने वाले आतंकी संगठनों की सबसे सुरक्षित पनाहगाह है।