यूपी के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर इनकम टैक्स का शिकंजा, कार्रवाई को लेकर राजनीति तेज

यूपी के इत्र कारोबारी पीयूष जैन पर जीएसटी और इनकम टैक्स की छापेमारी, कानपुर और कन्नौज के घर में मारा छापा

उत्तर प्रदेश में इस वक्त सियासी माहौल में उबाल आ गया है, और इसकी वजह चुनावी रैलियां नहीं, बल्कि इनकम टैक्स की छापेमारी है। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर चली जीएसटी की ताबड़तोड़ कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। समाजवादी पार्टी के रिश्ते पीयूष जैन से जोड़े गए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पीयूष जैन के बहाने सरकार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सबसे करीबी समाजवादी पार्टी के एमएलसी पम्पी जैन पर दबाव बनाना चाह रही है। अभी तलाशी और गिनती का काम और सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है लेकिन निश्चित तौर पर समाजवादी पार्टी बचाव की मुद्रा में है।

उल्लेखनीय है कि जी एस टी इंटेलिजेंस और आयकर विभाग की संयुक्त छापेमारी के दौरान इत्र कारोबारी के कानपुर और कन्नौज के घर से अब तक 200 करोड़ रुपये से अधिक का कैश जब्त किया गया है। कई किलो सोना और चांदी जैसी बहुमूल्य धातुएं भी बरामद हुई हैं। घर के अंदर एक बड़ा तहखाना मिला और 16 बेशकीमती प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले। इनमें कानपुर में 4, कन्नौज में 7, मुंबई में 2, दिल्ली में 1 और दुबई की 2 प्रॉपर्टी के दस्तावेज शामिल हैं। जैन के कन्नौज स्थित पैतृक आवास पर 18 लॉकर और 300 चाबियां मिली हैं।

अधिकारियों के अनुसार छापे में मिली नकदी अपने आप में नया रिकार्ड है। आज तक देश में किसी भी छापे में इतनी बड़ी नकदी बरामद नहीं हुई है। अत्यंत गोपनीयता के साथ चली कारवाई के बीच पीयूष जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। विभिन्न स्तरों पर ये सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं कि आखिर इत्र कारोबारी ने इतने पैसे कैसे कमा लिए। यूपी में चुनाव से पहले ये कार्रवाई सवाल भी खड़े कर रही हैं क्योंकि कुछ दिन पहले भी अखिलेश के करीबियों पर मऊ जैसे जिलों में छापेमारी हुई थी। यूपी में चुनाव है और इन छापेमारी की कार्रवाई को लेकर राजनीति गर्म है।

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