चुनाव आयोग की पाबंदी के बावजूद अखिलेश यादव की रैली में जुटी भीड़

लखनऊ कार्यालय में सपा के कार्यक्रम में जुटी भारी भीड़ पर प्रशासन ने दर्ज की FIR, चुनाव आयोग लेगा एक्शन

उत्तर प्रदेश विधनसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी द्वारा लखनऊ कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, डॉ धर्म सिंह सैनी समेत कई विधायकों ने सपा की सदस्यता ली। सपा प्रमुख अखिलेश यादव एवं सपा के तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ साथ इस कार्यक्रम के दौरान जुटी भारी भीड़ को लेकर लखनऊ पुलिस ने सपा के खिलाफ धारा 144 तोड़ने और महामारी एक्ट के तहत FIR दर्ज की है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी पार्टी द्वारा इस रैली को वर्चुअल रैली का नाम दिया गया था। रैली में लोगों की भीड़ जुटाने के लिए भी कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पार्टी के लखनऊ कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में कोरोना नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया गया। जब यह मामला निर्वाचन आयोग और लखनऊ प्रशासन के संज्ञान में आया तो कार्रवाई करते हुए गौतमपल्ली थाने में धारा 144 का उल्लंघन और महामारी एक्ट के तहत करीब 2500 कार्यकर्ताओं पर प्रार्थमिकी दर्ज की गई है।

मामले में लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि वीडियो और तस्वीरें खंगाली जा रही हैं। अभी कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग के कहने के मुताबिक ही मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि नामजद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी कार्रवाई हो सकती है।

गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने देश में बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी राजनीतिक दलों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के अनुसार 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली या पद यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा कि मामले में FIR दर्ज कर पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि नियम कानून के अंतर्गत कार्रवाई की जाए।

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