23 फरवरी को यूपी में चौथे चरण के चुनाव, इन हॉट सीटों पर होगा संग्राम

बहुत अहम माना जा रहा है इस चरण की 60 सीटों का मुक़ाबला

उत्तर प्रदेश में तीन चरणों की 172 सीटों पर वोटिंग खत्म हो चुकी है। अब बारी चौथे चरण में 9 जिलों की 60 सीटों की है। जहां चुनाव प्रचार सोमवार को थम गया है। इस चरण में रुहेलखंड से लेकर तराई बेल्ट और अवध क्षेत्र के 9 जिलों की 60 सीटों पर 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां पर बुधवार यानि 23 फरवरी को वोटिंग होनी है। इस फेज में लखनऊ और गांधी परिवार का गढ़ माने जानी वाली रायबरेली की सीटें शामिल हैं, जिसके चलते यह चरण सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि इस चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा जिले की कुल 60 सीटें पर चुनाव होंगे। इसमें 16 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। चौथे चरण में सपा 58 सीट पर चुनावी मैदान में है, जबकि 2 सीटों पर ओम प्रकाश राजभर की पार्टी चुनावी मैदान में है। बसपा और कांग्रेस भी 60 सीटों पर चुनावी मैदान में है, जबकि बीजेपी 57 और उसकी सहयोगी अपना दल तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 60 सीटों में से 51 सीटों में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। जबकि एक सीट उसकी सहयोगी अपना दल को मिली थी। हालांकि, कांग्रेस ने जो दो सीट जीती थी, उन दोनों विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है और बसपा से जीते एक विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।

चौथे चरण में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है। गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में एंट्री करने वाले अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से मैदान में हैं। इनके सामने समाजवादी पार्टी के आरपी यादव होंगे। योगी सरकार के मंत्री और ब्राह्मण चेहरा बृजेश पाठक अपनी पुरानी सीट छोड़कर लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पुलिस अधिकारी की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखने वाले राजेश्वर सिंह सरोजनीनगर सीट से बीजेपी उम्मीदवार हैं। उनका मुक़ाबला समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा कर रहे हैं। लखनऊ मध्य सीट से सपा के दिग्गज नेता रविदास मेहरोत्रा किस्मत आजमा रहे हैं।

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