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एनसीपी नेता नवाब मलिक को बड़ा झटका, ईडी ने करोड़ों की संपत्ति जब्त की

मनी लांड्रिङ्ग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की बड़ी कार्रवाई
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने जानकारी दी है कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में नवाब मलिक और उसके परिवार की गई संपत्तियों को ज़ब्त कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नवाब मलिक की जिन संपत्तियों पर कार्यवाही की गई है, उसमें गोवा वाला कंपाउंड, मुंबई के कुर्ला में एक कमर्शियल कंपलेक्स, उस्मानाबाद में एग्रीकल्चर लैंड, कुर्ला में 3 फ्लैट और बांद्रा में 2 आवासीय फ्लैट शामिल हैं। इन सभी संपत्तियों का मालिकाना हक सॉलिड इमरान इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और मलिक इंफ्रास्ट्रक्चर के पास है। इन दोनों ही कंपनियों का संचालन नवाब मलिक और उसके परिवार द्वारा किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय 2005 में नवाब मलिक के भरोसेमंद सहयोगी सलीम पटेल के बेचे गए गोवा वाला परिसर मामले की जांच कर रहा है। प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि जमीन का असली मालिक मुनीरा प्लंबर है। जमीन को हसीना पारकर और पटेल ने जबरन हड़प लिया था। वहीं इसी बीच बुधवार को सुप्रीम कोर्ट नवाब मलिक की तत्काल रिहाई की मांग वाली याचिका को सुनवाई के लिए लिस्टेड करने के लिए भी सहमत हो गया है।
गौरतलब है कि एनसीपी नेता नवाब मलिक से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में और दाऊद से कनेक्शन मामले में 8 घंटे तक पूछताछ की गई। जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। प्रवर्तन निदेशालय में नवाब मलिक से कथित तौर पर उनसे 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषियों में से एक संपत्ति खरीदने के संबंध में भी पूछताछ की थी। वहीं इससे पहले पूर्व-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस वार्ता में नवाब मलिक पर गंभीर आरोप लगाए थे। फिलहाल वह इस वक्त मालिक जेल में बंद है।