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नए साल पर चुनाव की तारीखों के ऐलान के संकेत, मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ाया गया

चुनाव आयोग ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी, मतदान का समय 1 घंटा बढ़ाया गया, 5 जनवरी के बाद चुनाव की तारीखों का होगा ऐलान
उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग के तीन दिवसीय दौरे का गुरुवार को आखिरी दिन था। आखिरी दिन चुनाव आयोग ने प्रेस वार्ता की। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने इस दौरान कहा कि यूपी में विधानसभा का कार्यकाल 14 मई को खत्म हो रहा है। यहाँ 403 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 84 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने आगे कहा कि इससे पहले राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक करके चुनावों के मामले में उनसे सुझाव लिए गए। इसके बाद इंफोर्मेन्ट एजेंसियों और सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और एसएसपी के साथ बैठक हुई। सभी राजनीतिक दलों ने कोरोना नियमों का पालन करते हुए चुनाव समय से कराने की मांग की। साथ ही कुछ दल के लोगों ने प्रशासनिक लोगों के दबाव में भी होने की बात कही।
वहीं चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि 5 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट आ जाएगी। अतः यह साफ है कि 5 जनवरी के बाद यूपी में चुनाव का ऐलान भी हो जाएगा। अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जो 80 साल से अधिक आयु के मतदाता है, या फिर दिव्यांग हैं, या फिर कोरोना संक्रमित हैं तो उनका वोट चुनाव आयोग की टीम घर जाकर कास्ट कराएगी। पहली बार ये सुविधा दी जा रही है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए फैसला लिया गया है कि जहां पहले 1500 लोगों पर एक बूथ होता था, इस बार 1250 मतदाताओं के लिए एक बूथ बनाया जाएगा। इस तरह 11 हजार मतदान केंद्र बढ़ गए हैं। अब 1,74,351 मतदान स्थल हैं। इसी प्रकार, कोरोना को देखते हुए पोलिंग टाइम को एक घंटा बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट लगाए जाएंगे। इसके अलावा सभी मतदान अधिकारी पूरी तरह वैक्सीनेटेड होंगे।
साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है। अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आँकड़े आएंगे। अंतिम प्रकाशन के बाद भी अगर किसी का नाम ना आए तो वो क्लेम कर सकते हैं। चुनाव आयोग प्रदेश में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और कोरोना मुक्त चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है।