एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने किया गिरफ्तार

मनी लॉन्ड्रिंग साथ-साथ एक अन्य मामले में 8 घंटे तक हुई पूछताछ

महाराष्ट्र में नेशनल कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले के साथ-साथ दाऊद से कनेक्शन पर नवाब मलिक से 8 घंटे तक पूछताछ करने के बाद उनको गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद बाकायदा अस्पताल से सेहत की जांच करवा कर धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में पेश किया गया। पूछताछ के लिए ईडी के वकील ने अदालत से 14 दिन की हिरासत की मांग की। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने 8 दिन का रिमांड दिया है।

इससे पहले यह ख़बर सामने आई थी कि कुर्ला में नवाब मलिक के आवास पर ईडी के कुछ अधिकारी पहुंचे थे जिन्होंने नवाब मलिक को पूछताछ में सहयोग देने के लिए कहा था। इसके बाद अधिकारी उन्हें अपने साथ ईडी के बलार्ड एस्टेट कार्यालय ले गए।

प्रवर्तन निदेशालय ने नवाब मलिक से कथित तौर पर 1993 में हुए मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के दोषियों में से एक से कुछ संपत्ति खरीदने के संबंध में पूछताछ की है। अधिकारियों का कहना है कि मलिक पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे, इसलिए उनको गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी से महाराष्ट्र विकास अघाडी और विपक्ष के राजनीतिक हल्कों में तेज़ हलचल मच गई है।

उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी जिसमें उन्होने नवाब मलिक के ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि एलबीएस रोड पर कुर्ला में स्थित ज़मीन की कीमत मलिक परिवार ने 30 लाख रुपए दिखाई जबकि उस समय वस्तरिक कीमत साढ़े तीन करोड़ थी। नवाब मलिक पर आरोप है कि उन्होंने यह जमीन अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के लोगों से खरीदी थी।

गौरतलब है कि कुछ महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड के 7 ठिकानों पर छापेमारी की थी। राज्य में वक्फ बोर्ड नेशनल कांग्रेस पार्टी नेता नवाब मलिक के मंत्रालय के अंतर्गत आता है। वक्फ बोर्ड लैंड केस में ये कार्रवाई की गई। पुणे में वक्फ बोर्ड की जमीन को लेकर घोटाले का मामला सामने आया था, जिसकी जांच ED ने अपने हाथों में ले ली थी।

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