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तीन दल मिलकर लड़ेंगे पंजाब विधानसभा चुनाव, कैप्टन और शाह ने की मुलाकात

बीजेपी, पंजाब लोक काँग्रेस और संयुक्त अकाली दल के बीच हुआ समझौता
पंजाब में चुनाव ऐलान का काउंटडाउन चल रहा है और उससे पहले दिल्ली में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर अपनी दोस्ती की बात पक्की कर ली है। बीजेपी, कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी में गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो गया है। साफ है कि पंजाब के दंगल में बीजेपी, अमरिंदर सिंह, ढींडसा की पार्टी एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली है। हालांकि इस सियासी दोस्ती में अभी सीट शेयरिंग को लेकर बात फाइनल नहीं हुई है।
इस बार पारंपरिक गठबंधन नहीं बल्कि सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें हर सीट पर देखा जाएगा कि किसका उम्मीदवार जीतने की पोजिशन में है। उसे ही वहां से टिकट दे दी जाएगी, जिसका दूसरी पार्टियां पूरा समर्थन करेंगी। इसमें सीटों के नंबर नहीं बल्कि जीतने की क्षमता को तरजीह दी जा रही है। पंजाब की कुल 117 सीटों में से 40 शहरी सीटें हैं। जिनमें बीजेपी अपना उम्मीदवार उतार सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींडसा की शिअद (संयुक्त) के उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
पंजाब में मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। राज्य में बीजेपी और अकाली दल का पुराना गठबंधन टूट चुका है। आम आदमी पार्टी इस वक्त राज्य में फ्री वादों की झड़ी लगा रही है और चन्नी सरकार को चुनौती दे रही है। पंजाब की कांग्रेस सरकार के लिए चुनौतियाँ ज्यादा हैं, क्योंकि पहले उसे जनता को सरकार के पिछले कार्यकाल का हिसाब देना है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बिना चुनाव लड़ना उसके लिए आसान नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चन्नी के हाथ में कांग्रेस की कमान है और अमरिंदर सिंह तो पहले ही कांग्रेस को लेकर आमने- सामने वाली जंग में है।