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उत्तर प्रदेश में बीजेपी 300 से ज़्यादा सीटें हासिल करेगी-योगी आदित्यनाथ

हमने जो विकास कार्य शुरू किए हैं वो रुक न जाएँ इसलिए उत्तर प्रदेश में बीजेपी का आना बेहद जरूरी है
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए मतदान के सात चरणों में से पांच चरणों के चुनाव समपन्न हो चुके हैं। बाकी के दो चरणों में 3 और 7 मार्च को मतदान होने वाले हैं। नतीजे 10 मार्च को आएंगे। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया है कि इन चुनावों में बीजेपी प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 300 ज्यादा सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। पहले 5 चरणों में जिन 283 सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें से बीजेपी को 225 से ज्यादा सीटें ही हासिल होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, “चुनाव तो बीजेपी वैसे भी जीत चुकी है। फिर भी हमारे लिए हर दिन एक नई परीक्षा के साथ शुरू होता है। हम पुराने रिकॉर्ड से बेहतर करना चाहते हैं। हालांकि, 5 चरणों के अब तक के चुनावों में ही बहुमत के लिए ज़रूरी सीटें भाजपा जीत रही है फिर भी हमारे लिए एक-एक सीट महत्वपूर्ण है।”
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि सत्य और समाजवादी पार्टी नदी के 2 किनारे जैसे हैं। समाजवादी पार्टी वाले न सत्य बोल सकते हैं और न ही उसे स्वीकार कर सकते हैं। 2014 में हुए चुनावों में भी जनता ने समाजवादी पार्टी को ठुकरा दिया था। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल द्वारा पिछले दिनों सीएम योगी के वस्त्रों के रंग को लेकर एक टिप्पणी की थी। जिसका जवाब देते हुए योगी ने कहा, “मैं भगवाधारी हूँ। मुझे भगवा से गौरव की अनुभूति होती है। यह अनुभूति हर भारतवासी को होती है। भगवा वस्त्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “चुनाव हमारे लिए सत्ता पाने की लड़ाई नहीं है। ना ही हम राजनीति करने के लिए सत्ता में आते हैं। हम केवल समाजसेवा के लिए सत्ता पाना चाहते हैं। हमने जो विकास कार्य शुरू किए हैं वो रुक न जाएँ इसलिए उत्तर प्रदेश में बीजेपी का आना बेहद जरूरी है। मेरी 5 साल की सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ। जबकि समजावादी पार्टी के राज में 5 साल के अंदर 700 से ज्यादा दंगे हुए थे। उत्तरप्रदेश का कोई शहर और गाँव नहीं बचा था जहाँ दंगे न हुए हों। महीनों तक कर्फ्यू लगता था। इसलिए वो दंगावादी तो हैं ही।”
इसके अलावा पूर्ववर्ती समाजवादी शासन पर टिप्पणी करते हुए उनहोने कहा कि, “मैंने भारत की श्रेष्ठ गुरु-शिष्य परम्परा का पालन किया है। यह जैविक परम्परा नहीं है। विपक्ष इसे कभी समझ नहीं पाएंगे। गोरखपुर से मुझे प्रदेश की सेवा का मौका मिला है, जिसका माध्यम भाजपा बनी है। जब हम राष्ट्रवाद की बात करते हैं, तब विपक्षी जातिवाद की बात करते हैं। जब हम गरीबों की बात करते हैं तब ये आतंकवाद पर चर्चा करते हैं। जब हम विकास की बात करते हैं तब ये पाकिस्तान को ले आते हैं।”