विधानसभा चुनाव नतीजों के विश्लेषण और चार राज्यों में सरकार के गठन पर बीजेपी का विचार मंथन

वर्षांत में राष्ट्रपति चुनाव पर जीत का सकारात्मक असर पड़ेगा

चार राज्यों–उत्तर प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर–में शानदार जीत हासिल करने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी में चारों राज्यों में चुनावी नतीजों के साथ सरकार गठन को लेकर चर्चा चल रही है। माना जा रहा है कि इन सुखद परिणामों का इस साल के अंत में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर अच्छा असर पड़ेगा। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों के लिहाज से भी इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बीजेपी ने जिन चार राज्यों में जीत हासिल की है, उनके वरिष्ठ नेता दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी महासचिव बीएल संतोष समेत पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा कर रहे हैं। गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में पार्टी के मुख्यमंत्रियों की पसंद को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक सरकार गठन के अलावा पार्टी की जीत और हार के कारणों और कारकों को लेकर चुनाव परिणामों का विश्लेषण भी किया जा रहा है।


पार्टी चारों राज्यों में सीट-दर-सीट चर्चा कर रही है। सूत्रों के मुताबिक सरकार गठन में विभिन्न कारकों पर विचार किए जाने की संभावना है। साथ ही पार्टी क्षेत्रों और जाति समूहों के प्रतिनिधित्व के मामले में संतुलन बनाने का प्रयास करेगी। ऐसा माना जा रहा है कि मंगलवार को जो बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने सांसदों से उन 100 बूथों की पहचान करने को कहा जहां पार्टी ने विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था।

उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में अपने प्रदर्शन से कई रिकॉर्ड बनाए हैं। 35 साल के बाद यह पहली बार हुआ है कि चुनावी रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में कोई पार्टी लगातार सत्ता में वापस आई है।

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