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उत्तर प्रदेश में अमित शाह की ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां, सपा-बसपा को निशाने पर लिया

उत्तर प्रदेश में गृह मंत्री अमित का सपा-बसपा पर जमकर निशाना, निजाम और लैब का बताया ये मतलब…
विधानसभा चुनावों से पहले सभी पार्टियों की जोरदार रैलियां देखने को मिल रही है। बीजेपी यूपी में ताबड़तोड़ रैलियां कर रही है। उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल गर्म है। गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में कई रैलियां की। इस दौरान सपा पर जमकर निशाना भी साधा। तो वहीं योगी सरकार की भी जमकर तारीफ की।
अमित शाह ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि, योगी सरकार ने राज्य से गुंडागर्दी का सफाया कर दिया है। अमित शाह ने कहा कि, “अखिलेश यादव के शासनकाल में 700 दंगे हुए थे। चौधरी चरण सिंह का पश्चिमी उत्तर प्रदेश दंगों के कारण लहु-लुहान हो गया था। आज योगी जी की सरकार में दंगा करने वालों की आंख उठाकर देखने की भी हिम्मत नहीं होती। कुछ ही महीनों में गगनचुंबी राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।”
शाह ने मुरादाबाद, उन्नाव और अलीगढ़ में जनविश्वास यात्रा की जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यूपी में अब बाहुबली नहीं बजरंगबली की जयकार है। मुरादाबाद में शाह ने आजम खां की दबंगई की याद दिलाई। जनता से संवाद के लहजे में शाह ने पूछा- आप रामपुर के नजदीक हो, आजम खां की कितनी दबंगई थी। एक हजार हेक्टेयर भूमि हड़प कर ली थी। सवाल पूछा कि वे आज कहां हैं? फिर सपा मुखिया का नाम लिए बगैर कहा कि उनको जेल में मनाने कौन जाता है। वो अगर सीएम बन गए, तो आजम जेल में रहेंगे क्या?
इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने सपा के निजाम और लैब को लेकर अर्थ स्पष्ट किया। अमित शाह ने अखिलेश यादव के निजाम का मतलब समझाते हुए कहा, “अखिलेश बाबू निजाम सपा के समय NIZAM मतलब ‘ N- नसीमुद्दीन, I- इमरान मसूद, ZA- आजम खान, M- मुख़्तार अंसारी’ होता था। मोदीजी और योगीजी की जोड़ी ने उत्तर प्रदेश को इस NIZAM राज से मुक्त कर कानून का शासन स्थापित करने का काम किया है।” इसके साथ ही सपा के नए प्रकार के LAB का अर्थ भी बताया और कहा कि सपा के समय एक नए प्रकार की प्रयोगशाला बनी थी, जिसका मतलब L- लूट, A- आतंकवाद और B- भ्रष्टाचार है।
गृह मंत्री अमित शाह ने विकास को लेकर पूर्व की सरकारों लताड़ते हुए मायावती, अखिलेश यादव के साथ-साथ प्रियंका गांधी को भी आड़े हाथों लिया। अमित शाह ने कहा, “विकास बबुआ के बस की बात नहीं है और बुआ जी तो अभी तक ठंड के कारण बाहर ही नहीं निकल पाई हैं। अरे बहनजी चुनाव के मैदान में आ जाइए बाद में मत कहना प्रचार नहीं करने दिया। ये बुआ, बबुआ और बहन तीनों मिलकर एकसाथ भी आ जाएँ तो भी भाजपा कार्यकर्ताओं से नहीं जीत सकते हैं।”