इत्र कारोबारी के बाद सपा नेता के ठिकानों पर छापेमारी

इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद अब सपा नेता पम्पी जैन के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी, सपा ने इसे बीजेपी की बौखलाहट बताया

उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले छापों का एक अध्याय खत्म नहीं हुआ था कि दूसरा शुरु हो गया है। यूपी में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बाद अब बारी समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी की है। पम्पी ने ही 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था। देश के अलग-अलग शहरों में एक साथ दर्जनों ठिकानों पर आयकर विभाग का एक्शन हुआ है। इसमें कई ठिकाने सपा नेता पुष्पराज के हैं।

लखनऊ से लेकर कन्नौज, कानपुर, नोएडा और हाथरस से लेकर मुंबई, दिल्ली हर एक ठिकाने पर भ्रष्टाचार का पता लगाने में आयकर विभाग जुटा हुआ है। दरअसल पुष्पराज जैन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और पार्टी के बड़े फाइनेंसर बताए जाते हैं। पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद से ही पुष्पराज चर्चा में थे।

पहले इत्र कारोबारी पीयूष जैन और अब समाजवादी पार्टी के नेता पम्पी जैन। पीयूष जैन का नाम हर किसी की जुबान पर है। इस इत्र कारोबारी के कानपुर-कन्नौज के घर पर 194 करोड़ कैश, 64 किलो सोना, 600 लीटर चंदन के तेल जैसी तमाम चीजें बरामद हुई। तब सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर पीयूष जैन का कनेक्शन किससे है। बीजेपी और सपा एक दूसरे पर आरोप लगाती रहीं, मगर इस बार सीधे समाजवादी पार्टी के नेता पर आयकर विभाग का छापा है।

यह रेड तब हुई, जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव कन्नौज में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। समाजवादी पार्टी ने छापेमारी की कार्रवाई को भारतीय जनता पार्टी की बौखलाहट बताया है। वर्ष के अंतिम दिन यूपी में सपा पर आईटी और जीएसटी इंटेलीजेंस की छापेमारी के साथ हुई है। उल्लेखनीय है कि पीयूष जैन हुई कार्रवाई को अभी एक सप्ताह भी नहीं बीता है।

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