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राजधानी को दहलाने की साजिश का पर्दाफाश, पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने किया खुलासा

ऐसी गतिविधियां स्थानीय लोगों के सहयोग के बिना संभव नहीं–अस्थाना
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को दहलाने की नई आतंकी साजिश सामने आई है। दिल्ली के दो अलग-अलग इलाकों में कुछ दिन पहले भी विस्फोटक मिले थे। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इन विस्फोटकों का सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने के लिए इनका इस्तेमाल होना था। पुलिस को आशंका है कि आतंकियों को लोकल स्तर पर सहायता मिल रही है। ऐसे काम स्थानीय लोगों के सहयोग के बिना संभव नहीं है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के अनुसार, “17 जनवरी को गाजीपुर में एक IED बरामद किया गया था। इसी तरह की एक आईईडी पुरानी सीमापुरी में बरामद किया गया। जिसे निष्क्रिय कर दिया गया है। ऐसे में जांच पड़ताल की गई और जांच में सामने आया कि ये IED सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने के लिए तैयार किए गए थे। इस तरह की गतिविधियां स्थानीय समर्थन के बिना संभव नहीं हैं।”
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को दिल्ली के सीमापुरी इलाके से एक IED बरामद हुआ था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सीमापुरी इलाके के एक घर से 2.2 किलोग्राम आईईडी विस्फोटक बरामद किया था। एक महीने के अंदर लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि जब यमुनापार इलाके में बम मिला है। बम मिलने के तुरंत बाद एनएसजी की टीम को बुलाया गया। संदिग्ध बैग में विस्फोटक होने की पुष्टि के बाद उसे निष्क्रिय कर दिया गया। बम को हटाने के लिए आसपास के करीब 200 घर खाली कराए गए।
गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के ही गाजीपुर इलाके में मिले IED विस्फोटक मामले की जांच चल रही थी। उसी दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सीमापुरी इलाके के एक घर में कुछ संदिग्ध लोगों के छिपे होने कि जानकारी मिली थी। इसके बाद सेल की टीम ने गुरुवार को घर पर छापा मारा। छापे में टीम को घर से 2.2 किलो IED और कुछ दस्तावेज मिले। हालांकि, छापेमारी से पहले ही संदिग्ध मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने इस मामले घर के मालिक को हिरासत में ले लिया है। उसके घर में उसकी मां, पत्नी और चार बच्चे हैं। दरअसल, घर के मालिक के सीमापुरी में दो घर है। एक में वो खुद अपने परिवार के साथ रहता है, जबकि दूसरे को किराए पर उठा रखा है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि वो घर में रहने वाले किसी को भी नहीं जानते थे, क्योंकि किराए पर रहने वाले अपने कमरे से कम ही बाहर निकलते थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में 3-4 संदिग्ध युवकों की पहचान की है। इसके साथ ही सेल को तस्वीरें भी हाथ लगी है। पुलिस को आशंका है कि संदिग्ध किसी आतंकी संगठन के स्लीपर सेल से हो सकते हैं। इन चार संदिग्धों ने उस घर को कुछ समय पहले ही किराए पर लिया था। पहले एक आया था, उसके बाद तीन और आकर साथ रहने लगे। मकान मालिक कासिम ठेकेदार बताया जा रहा है और उसने शकील नाम के प्रोपर्टी डीलर के जरिए मकान की दूसरी मंजिल को किराए पर दिया था।