यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को उम्रकैद की सजा, गैंगरेप केस में दोषी हैं गायत्री प्रजापति

गैंगरेप केस में यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को उम्रकैद की सजा

यूपी के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को गैंगरेप के केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। चित्रकूट के चर्चित गैंगरेप केस में MP-MLA स्पेशल कोर्ट ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के अलावा उसके दो साथियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सजा का ऐलान होने के बाद गायत्री प्रजापति ने खुद को निर्दोष कहकर साजिश का शिकार बताया।

चित्रकूट की महिला और उसकी नाबालिग बेटी से गैंगरेप के दोषी पाए जाने के बाद गायत्री प्रजापति और दो साथियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। मामले के चार अन्य अभियुक्तों को बड़ी राहत देते हुए उन्हें कोर्ट ने मामले से बरी कर दिया है। जबकि गायत्री प्रजापति समेत तीनों दोषियों पर 2-2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

गायत्री प्रजापति और उसके दो साथियों पर महिला से गैंगरेप के आरोप लगे थे। सन 2013 में यूपी के चित्रकूट के राम घाट पर गंगा आरती के कार्यक्रम में गायत्री प्रजापति की महिला से मुलाकात हुई थी। बाद में महिला ने साल 2016 में गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर गैंगरेप के आरोप लगाए थे। पीड़िता ने आरोप लगाया कि गायत्री प्रजापति ने उन्हें खनन के पट्टे दिलाने का झांसा देकर कई बार रेप किया।

साल 2014 से जुलाई 2016 तक उसका शोषण किया जाता रहा। सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति और उसके साथियों ने पीड़िता की नाबालिग बेटी का भी यौन शोषण किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस केस में गौतमपल्ली थाना में फरवरी 2017 को सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप, पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में FIR दर्ज की गई। 15 मार्च 2017 को पुलिस ने गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।

इस पूरे मामले में गायत्री प्रजापति ने खुद को बेकसूर बताते हुए यूपी सरकार पर साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। कई गंभीर आरोप लगने के बाद और अदालत से उम्रकैद की सजा मिलने के बाद गायत्री प्रजापति खुद को साजिश का शिकार बता रहा है। समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के दिन अब जेल में ही बीतेंगे।

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