बनारस अब देश के लिए गरीबी से मुक्ति के रास्ते खोलेगा, अपराध से मुक्ति के रास्ते खोलेगा–मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा–‘बीते पांच साल में डबल इंजन की सरकार ने यूपी के विकास के लिए पूरी ईमानदारी से कोशिश की’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में पूजा-अर्चना के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए बताया कि जब वह काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने आए थे तो विपक्षी नेताओं ने उनकी मौत की कामना की थी। उल्लेखनीय है कि अखिलेश ने उस समय प्रधानमंत्री को लक्ष्य करके कहा था– “आखिरी समय में काशी में ही रहना चाहिए।” पुनः बनारस आने पर उन्होने कहा कि–पीएम मोदी ने कहा, “मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना पसंद नहीं करता और ना ही किसी की आलोचना करना चाहता हूं। लेकिन जब सार्वजनिक रूप से काशी में मेरी मृत्यु की कामना की गई, तो वाकई मुझे बहुत आनंद आया, मेरे मन को बहुत सुकून मिला।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “मुझे लगा कि मेरे घोर विरोधी भी ये देख रहे हैं कि काशी के लोगों का मुझ पर कितना स्नेह है। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब ये कि मेरी मृत्यु तक ना काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और ना ही काशी मुझे छोड़ेगी। उन घोर परिवारवादियों को मालूम नहीं है कि ये जिंदा शहर बनारस है! ये शहर मुक्ति के रास्ते खोलता है। और अब बनारस, विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है, वो देश के लिए गरीबी से मुक्ति के रास्ते खोलेगा, अपराध से मुक्ति के रास्ते खोलेगा।”

अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी, इसके संगठन और निस्वार्थ कार्यकर्ताओं की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि राज्य में पूर्व में जो परिवारवादी लोग सत्ता में थे उनकी पार्टी की पहचान के साथ गुंडागर्दी और माफियावाद जुड़ा हुआ है। लेकिन बीजेपी की पहचान उसका कार्यकर्ता और उसकी सेवा है।

पीएम  मोदी ने इस बीच समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि “जब ये घोर परिवारवादी सरकार में थे, तो उत्तर प्रदेश के विकास के लिए, गरीबों के लिए हम जो भी योजनाएँ लेकर आते थे, उसमें ये अड़ंगा लगा देते थे। लेकिन बीते पांच साल में डबल इंजन की सरकार ने यूपी के विकास की पूरी ईमानदारी से कोशिश की है।”

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