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फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा-‘’यूक्रेन पर पूरी तरह कब्जा करना चाहता है रूस’’

रूस-यूक्रेन संकट पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रो ने कहा- हालत और भी बदतर हो सकते हैं
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष चरम पर है और इसका असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। इसी बीच गुरुवार को बेलारूस में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल दूसरे दौर की वार्ता के लिए पहुंचे। इस वार्ता के चलते हुए भी रूस ने यूक्रेन पर जबरदस्त हमला किया। रूस की सेना ने राजधानी कीव को चारों तरफ से घेर लिया है। साथ ही वहां के सेंट्रल रेलवे स्टेशन को भी उड़ा दिया है। वहीं चेर्निहाइव पर हमले में 9 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच भारत ने दोनों देशों से शत्रुता समाप्त करने का आग्रह किया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दौरान यूक्रेन भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है। यूक्रेन की संसद ने देश में रूस या रूस के नागरिकों की संपत्ति को जब्त करने की अनुमति दे दी है। राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने इसका फैसला लिया था जिसका यूक्रेन की संसद ने अनुमोदन कर दिया है।
तनाव को देखते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने भी रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत की। यह वार्ता लगभग डेढ़ घंटे तक चली। इस दौरान बातचीत के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस की मंशा यूक्रेन पर कब्जा करने की है। यूक्रेन के हालात और भी बदतर हो सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी एएफपी ने फ्रांस के राष्ट्रपति के सहायक के हवाले से यह जानकारी दी है।
एक अन्य सूचना के मुताबिक रूस की सेना ने यूक्रेन के खेरसॉन शहर पर भी कब्जा कर लिया है। यूक्रेन के एक प्रमुख बंदरगाह पर भी नियंत्रण कर लिया गया है। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि रूसी सैनिकों ने काला सागर बंदरगाह के सरकारी मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है। वहीं भारत ने एक बार फिर दोनों देशों से शांति की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 49वें सत्र में भारत ने कहा कि दोनों देशों को अपनी शत्रुता समाप्त कर शांति बहाली की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।