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त्रिपुरा के निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की धमाकेदार जीत : कुल 334 में से 329 सीटें जीती
112 सीटों पर निर्विरोध चुने गए बीजेपी प्रत्याशी, राजधानी अगरतला की सभी 51 सीटों पर कब्जा
मार्क्सवादी पार्टी और टीएमसी पूरी तरह ध्वस्त
अगरतला: त्रिपुरा में सम्पन्न स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम ऐसे धमाकेदार होंगे, ऐसी कल्पना तो स्वयं भारतीय जनता पार्टी ने भी नहीं की होगी। पार्टी के नेतृत्व पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए राज्य की जनता ने समस्त निकायों की बागडोर बीजेपी को सौंप दी है। विश्वास ऐसा है कि अगरतला नगर निगम सहित, कई निकायों में विपक्ष का कोई अस्तित्व नहीं होगा।
राजधानी अगरतला में नगर निगम की सभी 51 सीटों पर विजय प्राप्त करने की असाधारण उपलब्धि के साथ बीजेपी राज्य की कुल 334 सीटों में से 329 जीतने में सफल रही है। इनमें से 112 सीटें तो पहले ही पार्टी को निर्विरोध प्राप्त हो गई थी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को 3 और टीएमसी को एक सीट ही मिल पाई है जबकि एक अन्य के खाते में गई है।
यह जानना रोचक होगा कि त्रिपुरा वही राज्य है जहां वामपंथी पार्टियां सदैव राजनीति पर हावी रही हैं। वर्ष 2018 से पहले यहाँ बीजेपी की कोई खास पैठ नहीं थी। मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी का 1993 से 2018 तक निरंतर 25 वर्ष शासन था, जब भारतीय जनता पार्टी ने 2018 के चुनावों माकपा को मात देकर पूर्ण बहुमत से बिप्लब कुमार देब के नेतृत्व में पहली बार सरकार बनाई।
चुनाव परिणामों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्वीट किया, आज (रविवार) घोषित त्रिपुरा शहरी स्थानीय निकाय चुनावों का जनमत संग्रह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकास नीतियों में त्रिपुरा के लोगों के विश्वास को दर्शाता है। यह उनके आदर्श वाक्य में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास को भी दर्शाता है।
देब ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मैं त्रिपुरा के सभी लोगों और त्रिपुरा भाजपा के देव तुल्य कार्यकर्ताओं को उनके स्नेह और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। मैं बीजेपी त्रिपुरा को आपके वोटों को आशीर्वाद मानता हूं और ये आशीर्वाद हमें सभी 37 लाख लोगों के राज्य में विकास के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है।