काशी विश्वनाथ के बाद अब उज्जैन का महाकाल मंदिर भी होगा भव्य

श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं से लैस होगा मंदिर परिसर, विस्तार परियोजना दो चरणों में पूरी होगी

जानकारी के मुताबिक, 705 करोड़ रुपए के महाकाल विस्तार प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद महाकाल परिसर का विस्तार होगा। जिसमें महाकाल पथ, महाकाल वाटिका, रूद्रसागर तट का विकास शामिल है। इस परिसर में श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। महाकाल मंदिर के परिसर में रहने और घूमने के साथ अन्य कई सुविधाएं होंगी। इसके साथ ही त्रिवेणी संग्रहालय के सामने वाहनों की पार्किंग के लिए पार्किंग स्थल भी बनाया जा रहा है।

 उज्जैन के जिलाधिकारी आशीष सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार– “महाकाल विस्तार प्रोजेक्ट को पूरा करने का काम दो चरणों में होगा। प्रोजेक्ट के पहले चरण का काम महाशिवरात्रि से पहले पूरा होगा। वहीं प्रोजेक्ट का दूसरा चरण जून 2023 तक पूरा करने का प्रयास है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद हर घंटे लगभग एक लाख श्रद्धालु बिना रुकावट के महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 18 करोड़ रुपए की लागत से UDA के माध्यम से श्रद्धालु सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस प्रोजेक्ट की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।”

सरकार की योजना महाकाल मंदिर परिसर को वर्तमान 2 हेक्टेयर से बढ़ा कर 20 हेक्टेयर करते हुए इसे धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की है, जहां श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन करने के साथ साथ खानपान, विश्राम करने और बोटिंग जैसे मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध होंगे। परिसर को क्षिप्रा नदी से सीधे जोड़ने, दर्शन और प्रदक्षिणा परिपथ बनाने और अशक्त एवं वृद्ध लोगों के लिए ई-कार्ट चलाने की भी योजना है। अगले साल जून माह तक पूरी परियोजना सम्पन्न हो जाने की संभावना है।

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